Question : भारत-पश्चिम एशिया संबंध प्रगाढ़ता की मार्ग पर सतत् अग्रसर है। टिप्पणी करें।
Answer : उत्तरः भारत-पश्चिमी एशिया संबंध एक-दूसरे की राजनीतिक, आर्थिक, सामरिक एवं सांस्कृतिक पूरकता पर आधारित है जिसे समय के साथ प्रगाढ़ करने का कार्य तेल कूटनीति ने किया है।
भारत की आवश्यकता
पश्चिम एशिया की हित पूर्ति
Question : एशिया-पैसिफिक देशों के साथ भारत के संबंधों का परीक्षण करें। आपकी राय में भारत इन देशों से संबंधों द्वारा किस प्रकार लाभ उठा सकता है। चर्चा करे?
Answer : उत्तरः लगभग सभी एशिया पैसिफिक देशों के साथ भारत का सांस्कृतिक तथा आर्थिक संबंध रहा है इन देशों के साथ संबंधों के निम्न आधारों पर देखा जा सकता है।
उपरोक्त देशों से लाभ
Question : अंतरराष्ट्रीय संबंध (IR) किसी भी राष्ट्र की घरेलू वास्तविकताओं का ही विस्तार है। स्पष्ट कीजिए।
Answer : उत्तरः अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध बहुत जटिल है। इसके अध्ययन हेतु बहुआयामी प्रयासों की आवश्यकता होती है। यह निश्चित है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों के अध्ययन का केन्द्र बिन्दु राज्य ही है। परन्तु यह भी काफी हद तक सही है कि इसके अंतर्गत राज्यों के अतिरिक्त विभिन्न संगठनों, समुदायों, संस्थाओं आदि का अध्ययन करना अति अनिवार्य हो गया है।
Question : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘‘फास्ट ट्रैक विदेश नीति’’ बहुत तेज तो नहीं है किन्तु अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करने में सहायता कर सकती है। क्या आप इससे सहमत हैं?
Answer : उत्तरः भारत में सत्ता परिवर्तन के साथ ही विदेश नीति में भी परिवर्तन देखा गया है। हमारे नए प्रधानमंत्री ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेताओं को न्यौता देकर ये साफ-जाहिर कर दिया था कि भारत अपने पड़ोसी देशों को लेकर अत्यंत गम्भीर है व पड़ोसियों से शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के सम्बन्ध का आकांक्षी है।