हिंदी साहित्य ऑप्शनल पेपर प्रश्नोत्तर रूप में आईएस मुख्य परीक्षा अध्यायवार हल प्रश्न पत्र
यूपीएससी सिविल सर्विसेज ऑप्शनल हिंदी साहित्य प्रश्नोत्तर रूप आईएस मुक्ष्य परीक्षा अध्यायवार हल प्रश्न पत्र 2009-2023 फॉर UPSC & State PSCs Examination
वर्ष 2009 से पूर्व के हल प्रश्न-पत्रों के अध्ययन हेतु आप chronicleindia.in पर विजिट कर सकते है ; ये प्रश्न-पत्र पाठकों के लिए नि:शुल्क उपलब्ध है|
About the Optional PYQ Solved Papers for IAS/State PSCs Mains
यह पुस्तक संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक विषय के साथ-साथ राज्य लोक सेवा आयोगों की मुख्य परीक्षाओं तथा अन्य समकक्ष प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु भी समान रूप से उपयोगी है।
- पुस्तक में प्रश्नों के उत्तर को मॉडल हल के रूप में प्रस्तुत किया गया है। प्रश्नों को हल करते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि उत्तर सारगर्भित हों तथा पूछे गए प्रश्नों के अनुरूप हों।
- इस पुस्तक में प्रश्नों से संबंधित अन्य विशिष्ट जानकारियों को भी उत्तर में समाहित किया गया है, ताकि अभ्यर्थी इसका उपयोग न सिर्फ हल प्रश्न-पत्र के रूप में, बल्कि अध्ययन सामग्री के रूप में भी कर सकें।
- इस पुस्तक का उपयोग अभ्यर्थी अपनी उत्तर लेऽन शैली में सुधार लाने तथा प्रश्नों की प्रवृत्ति व प्रकृति को समझने के लिए भी कर सकते हैं।
अनुक्रमणिका अध्यायवार हल प्रश्न पत्र 2009-2023 फॉर UPSC & State PSCs Examination:
प्रथम प्रश्न-पत्र:
खंड-क: हिन्दी भाषा और नागरी लिपि का इतिहास
- अपभ्रंश, अवहट्ट और प्रारंभिक हिन्दी का व्याकरणिक तथा अनुप्रयुक्त स्वरूप
- मध्यकाल में ब्रज और अवधी का साहित्यिक भाषा के रूपमें विकास
- सिद्ध-नाथ साहित्य, खुसरो, संत साहित्य, रहीम आदि कवियों और दक्खिनी हिन्दी में खड़ी बोली का प्रारंभिक स्वरूप
- उन्नीसवीं शताब्दी में खड़ी बोली और नागरी लिपि काविकास
- हिन्दी भाषा और नागरी लिपि का मानकीकरण
- स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी काविकास
- भारतीय संघ की राजभाषा के रूप में हिन्दी का विकास
- हिन्दी भाषा का वैज्ञानिक और तकनीकी विकास
- हिन्दी की प्रमुख बोलियां और उनका परस्पर संबंध
- नागरी लिपि की प्रमुख विशेषताएं और उसके सुधार के प्रयास तथा मानक हिन्दी का स्वरूप
- मानक हिन्दी की व्याकरणिक संरचना
खंड-ख: हिन्दी साहित्य का इतिहास
- हिन्दी साहित्य के इतिहास-लेखन की परंपरा
- हिन्दी साहित्य के प्रमुख काल
- आदि काल
- भक्ति काल
- रीति काल
- आधुनिक काल
- कथा साहित्य
- नाटक और रंगमंच
- आलोचना
- हिन्दी गद्य की अन्य विधाएं
द्वितीय प्रश्न-पत्र
खंड-क: पद्य साहित्य
- कबीर
- सूरदास
- तुलसीदास
- जायसी
- बिहारी
- मैथिलीशरण गुप्त
- जयशंकर प्रसाद
- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
- रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- अज्ञेय
- मुक्तिबोध
- नागार्जुन
खंड-ख: गद्य साहित्य
- निबंध निलय
- प्रेमचंद
- जयशंकर प्रसाद
- यशपाल
- फणीश्वरनाथ रेणु
- मन्नू भंडारी
- एक दुनिया समानान्तर
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Specifications |
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Availability | In-Stock |
Language | Hindi |
Product Type | Print Edition |
Edition | 2024 |
Book Code | 287 |
Shipment | Free |
No. of Pages | 372 |
Ratings & Reviews