15 वर्ष यूपीएससी सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा हल प्रश्न पत्र दर्शनशास्त्र (प्रश्नोत्तर रूप में) 2021
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के नवीनतम पाठ्यक्रम पर आधारित विगत 15 वर्षों (2006-2020) के प्रश्नों का अध्यायवार हल
दर्शनशास्त्र-एक वैकल्पिक विषय के रूप मेंः दर्शनशास्त्र, हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए काफी लोकप्रिय वैकल्पिक विषय रहा है। वैसे छात्र जिन्हें दर्शन में और साहित्यिक-सामाजिक समस्याओं के गहन अनुशीलन, चिंतन और समाधान खोजने में रुचि है और जिनकी भाषा पर अच्छी पकड़ है, वे इस विषय का चयन कर सकते हैं। संघ लोक सेवा आयोग के नवीनतम पाठ्यक्रम के अनुसार दर्शनशास्त्र सामान्य अध्ययन के प्रश्न-पत्र 4 के लिए उपयोगी है। साथ ही निबंध के प्रश्न पत्र के लिए इसकी प्रासंगिकता और उपयोगिता को देखते हुए इसका वैकल्पिक विषय के रूप में महत्त्व और भी बढ़ गया है। वैसे छात्र जिनके पास तार्किक योग्यता है वे दर्शनशास्त्र का चयन कर सकते हैं। इस विषय का पाठ्यक्रम छोटा है और तकनीकी शब्द ज्यादा है जिसके लिए गहरी समझ होनी आवश्यक है ताकि एक संकल्पना को दूसरी से जोड़ा जा सके।
प्रश्नों को हल करने की प्रकृतिः पुस्तक में प्रश्नों को हल करते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि उत्तरसारगर्भित हो, पूछे गए प्रश्नों के अनुरूप हो और प्रश्नों के इतर भी कोई अन्य विशिष्ट जानकारी हो तो उसे भी उत्तर में समाहित किया गया है। प्रश्नों के उत्तर मॉडल हल के रूप में दिया गया है, ताकि छात्र इसका उपयोग न सिर्फ हल प्रश्न पत्र के रूप में, बल्कि अध्ययन सामग्री के रूप में भी कर सकें। इस पुस्तक में प्रश्नों को हल करते समय विषय के विशेषज्ञों की भी सलाह ली गई है।
पुस्तक का उपयोग कैसे करें?: इस पुस्तक का उपयोग छात्र अपने उत्तर लेऽन शैली में सुधार लाने के लिये कर सकते हैं। पुस्तक में प्रश्नों के उत्तर उसके सम्बंधित वर्ष के अनुसार ही दिया गया है, लेकिन अभ्यर्थी अपने उत्तर शैली को आधुनिक परिपेक्ष में बिंदुवार, निश्चित शब्द सीमा का पालन, उप-शीर्षक, डायग्राम एवं मानचित्रेंआदि का प्रयोग कर अपने लेऽन शैली का अभ्यास कर सकते हैं।
यह पुस्तक छात्रें को संघ लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा के आलावा राज्य लोक सेवा आयोगों (उत्तर प्रदेश , बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश एवं झारखंड) के बदले हुए पाठ्यक्रम में आयोजितहोने वाले सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के दर्शनशास्त्र के प्रश्न पत्र में उपयोगी साबित होगा ।
Specifications |
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Availability | Out-Of-Stock |
Language | Hindi |
Product Type | Print Edition |
Edition | 2021 |
Shipment | Free |
No. of Pages | 363 |