​अध्याय 13:जलवायु परिवर्तन और भारत

  • जलवायु परिवर्तन के लिए वर्तमान वैश्विक रणनीतियां त्रुटिपूर्ण हैं और सार्वभौमिक रूप से लागू करने योग्य नहीं है।
  • पश्चिमी देशों का दृष्टिकोण समस्या की जड़ यानि अत्यधिक खपत का समाधान नहीं निकालना चाहता, बल्कि अत्यधिक खपत को हासिल करने के दूसरे विकल्प चुनना चाहता है।
  • ‘एक उपाय सभी के लिए सही’का दृष्टिकोण काम नहीं करेगा और विकासशील देशों को अपने तरीके चुनने की छूट दिए जाने की जरूरत है।
  • भारतीय लोकाचार प्रकृति के साथ सौहार्द्रपूर्ण संबंधों पर जोर देते हैं, इसके विपरीत विकसित देशों में अत्यधिक खपत की संस्कृति को अहमियत दी जाती है।
  • ‘कई पीढ़ियों वाले पारंपरिक परिवारों’ को बढ़ावा देने से सतत ....
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