पेरुसेटस कोलोसस: अब तक का सबसे भारी जंतु
हाल ही में, नेचर (Nature) नामक जर्नल में इटली के पीसा विश्वविद्यालय (University of Pisa) के शोधकर्ताओं द्वारा एक विशाल विलुप्त प्रजाति की पहचान से संबंधित शोध प्रकाशित किया गया। शोधकर्ताओं ने इस प्रजाति का नामकरण पेरुसेटस कोलोसस (Perucetus Colossus) किया है।
- यह प्रजाति किसी भी अन्य प्राणी की तुलना में पृथ्वी पर अब तक पाई गई सर्वाधिक भारी प्रजाति हो सकती है।
- पेरुसेटस कोलोसस आज से लगभग 38 मिलियन वर्ष पूर्व पाए जाते थे। पेरू में इस विशाल समुद्री जीव के अवशेष पाए गए हैं, जिसमें 13 कशेरुकाएं (Vertebrae), 4 पसलियां (Ribs) आदि शामिल हैं।
- शोधकर्ताओं ने इसका ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
- 10 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 आक्रामक विदेशी प्रजाति: लुडविगिया पेरुवियाना
- 2 वैश्विक स्तर पर समुद्री हीट वेव
- 3 आईपीसीसी का 7वां मूल्यांकन चक्र
- 4 मानसून अवकाश
- 5 हरित हाइड्रोजन मानक
- 6 ग्रीन एनर्जी माइक्रोग्रिड
- 7 धूमिल तेंदुओं से संबंधिात अध्ययन
- 8 भारत के 75 स्थानिक पक्षी
- 9 चीन में शहरी बाढ़ एवं स्पंज शहर
- 10 हवाई के माउई द्वीप में वनाग्नि