कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं जलवायु कार्रवाई : अवसर एवं जोखिम
2 अगस्त, 2023 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता [Artificial Intelligence (AI)] पर अपनी प्रथम औपचारिक बैठक आयोजित की।इस बैठक में एआई द्वारा जलवायु परिवर्तन सहित सतत विकास, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा आदि के सन्दर्भ में प्रस्तुत अवसरों और जोखिमों पर चर्चा की गई।
- शुद्ध शून्य संक्रमण (Net Zero Transition) तथा डिजिटल परिवर्तन (Digital Transformation) 21वीं सदी में विकास के शक्तिशाली वाहक हैं।एक तरफ कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जलवायु कार्रवाई (Climate Action) का समर्थन कर सकती है, वहीं दूसरी तरफ यह जोखिम भी उत्पन्न कर सकती है।
- जॉन मैकार्थी द्वारा 1956 में पहली बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उल्लेख किया गया था। ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट मतभेद के मुद्दे एवं भविष्य की राह
- 2 भारत में भूख एवं कुपोषण की स्थिति चुनौतियों से निपटने हेतु तत्काल प्रभावी हस्तक्षेप आवश्यक
- 3 शंघाई सहयोग संगठन भारत के लिए रणनीतिक महत्व एवं चुनौतियां
- 4 आयुष चिकित्सा पद्धति सम्पूर्ण मानव स्वास्थ्य की कुंजी
- 5 एक राष्ट्र-एक चुनाव: बेहतर चुनावी विकल्पों की खोज में सर्वदलीय सहमति आवश्यक
- 6 पीएम ई-ड्राइव योजना चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को सुविधाजनक बनाने की दिशा में बेहतर कदम
- 7 भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग का विकास सतत आपूर्ति तथा रणनीतिक चिताओं को संबोधित करने के लिए आवश्यक
- 8 बांग्लादेश में राजनीतिक संकट तथा भारत: द्विपक्षीय संबंधों के साथ क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा
- 9 भारत में अंग प्रत्यारोपण की स्थिति: सुगम संचालन प्रक्रिया हेतु उपयुक्त नीति की आवश्यकता
- 10 क्लाइमेट फाइनेंस टैक्सोनॉमी महत्व, चुनौतियां एवं पहलें