प्लास्टिक प्रदूषण एवं भारत
हाल ही में, नेचर जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन में पाया गया है कि भारत दुनिया में सबसे बड़ा प्लास्टिक प्रदूषक है। भारत द्वारा प्रति वर्ष 9.3 मिलियन टन (million metric tonnes - Mt) प्लास्टिक अपशिष्ट उत्सर्जित किया जाता है जो कुल वैश्विक उत्सर्जन के लगभग पांचवें हिस्से के बराबर है।
- इस अध्ययन के अनुसार, नाइजीरिया प्रति वर्ष 3.5 मीट्रिक टन प्लास्टिक का उत्पादन करता है। इसके पश्चात इंडोनेशिया का स्थान है जो 3.4 मीट्रिक टन/वर्ष प्लास्टिक का उत्पादन करता है। चीन इसमें चौथे स्थान पर है जो 2.8 मीट्रिक टन/वर्ष प्लास्टिक का उत्पादन करता है।
- ध्यातव्य है कि 2020 में ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है