LGBTQI+ समुदाय के लिए विभिन्न अंतरिम सरकारी उपाय
हाल ही में, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग (DoSJE) ने हितधारकों और आम जनता से सुझाव आमंत्रित किए हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि LGBTQI+ समुदाय के संबंध में नीतियां और पहल समावेशी एवं प्रभावी हों।
- 17 अक्टूबर, 2023 को सुप्रियो@सुप्रिया बनाम भारत संघ वाद में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप केंद्र सरकार ने 16 अप्रैल, 2024 को समलैंगिक समुदाय के हितों की रक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किए जाने वाले उपायों की जांच करने और सिफारिशें प्रस्तुत करने के लिए कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था।
- इस समिति में गृह ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 अनौपचारिक क्षेत्र में श्रमिकों का औपचारिकीकरण और सामाजिक सुरक्षा
- 2 अनुसूचित जनजाति की महिला प्रतिनिधियों की राष्ट्रपति से मुलाकात
- 3 पीएम जनमन योजना पर जिलाधिकारियों का सम्मेलन
- 4 तीसरा राष्ट्रीय बधिर-नेत्रहीन सम्मेलन
- 5 राष्ट्रीय जनजातीय स्वास्थ्य कॉन्क्लेव 2025
- 6 धर्मांतरण तथा सामाजिक परिवर्तन
- 7 जल जीवन मिशन तथा महिला सशक्तीकरण
- 8 'क्षेत्रीय सामाजिक सुरक्षा फ़ोरम' का आयोजन
- 9 सुगम्य भारत अभियान के 9 वर्ष
- 10 मैन्युअल स्कैवेंजिंग पर केंद्र से निगरानी पैनल बुलाने की अपील: सुप्रीम कोर्ट