अफानसी निकितिन सीमाउंट

भारत ने हिंद महासागर में कोबाल्ट-समृद्ध क्षेत्र अफानसी निकितिन सीमाउंट (Afanasy Nikitin Seamount) का अन्वेषण करने के अधिकार के लिए अंतरराष्ट्रीय सीबेड अथॉरिटी (International Seabed Authority) में आवेदन किया है।

  • क्षेत्र में आंशिक रूप से चीनी गतिविधि से प्रेरित इस कदम का उद्देश्य रणनीतिक संसाधनों को सुरक्षित करना है।
  • भारत पॉलीमेटेलिक सल्फाइड (Bharat Polymetallic Sulphide) के लिए कार्ल्सबर्ग रिज (Carlsberg Ridge) में भी अन्वेषण की अनुमति मांग रहा है।
  • सीमाउंट मध्य भारतीय बेसिन में एक संरचनात्मक आकृति (400 किमी लंबी और 150 किमी चौड़ी) है, जो भारत के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री