मानव जीनोम एडिटिंग : नैतिक एवं उत्तरदायित्वपूर्ण उपयोग हेतु उचित विनियमन आवश्यक

6-8 मार्च, 2023 के मध्य यूनाइटेड किंगडम के लंदन में स्थित फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट में 'मानव जीनोम एडिटिंग पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन' (3rd International Summit on Human Genome Editing) आयोजित हुआ।

  • वाशिंगटन डीसी (2015) और हांगकांग (2018) में आयोजित पिछले सम्मेलनों के आधार पर इस सम्मेलन में 'कायिक और जर्मलाइन मानव जीनोम एडिटिंग' (Somatic and Germline Human Genome Editing) पर वैश्विक संवाद को जारी रखा गया।
  • इस दौरान, इस क्षेत्र में विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों पर भी चर्चा की गई तथा इनके उत्तरदायी उपयोग के महत्व पर बल दिया गया।
  • मानव जीनोम एडिटिंग वर्तमान में न केवल अनेक चुनौतियों का संभावित समाधान प्रदान ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री