समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देने की मांग
13 मार्च, 2023 को सर्वोच्च न्यायालय ने समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देने की मांग करने वाली याचिकाओं को 5 न्यायाधीशों की संविधान पीठ के समक्ष विचार के लिए स्थानांतरित कर दिया।
- याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि वर्ष 2018 में नवतेज सिंह जौहर मामले में अदालत के फैसले ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करते हुए भागीदारों के चयन के व्यक्तिगत अधिकार को भी बरकरार रखा था। इन याचिकाओं पर अंतिम सुनवाई 18 अप्रैल, 2023 से शुरू होगी।
मामले का स्थानान्तरण : संवैधानिक आधार
- मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा तथा न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा कवरेज हेतु समितियों का गठन
- 2 भारत और आईएलओ महानिदेशक के बीच द्विपक्षीय बैठक
- 3 वृद्धावस्था स्वास्थ्य सेवा और नशामुक्ति हेतु साझेदारी
- 4 अनौपचारिक क्षेत्र में श्रमिकों का औपचारिकीकरण और सामाजिक सुरक्षा
- 5 अनुसूचित जनजाति की महिला प्रतिनिधियों की राष्ट्रपति से मुलाकात
- 6 पीएम जनमन योजना पर जिलाधिकारियों का सम्मेलन
- 7 तीसरा राष्ट्रीय बधिर-नेत्रहीन सम्मेलन
- 8 राष्ट्रीय जनजातीय स्वास्थ्य कॉन्क्लेव 2025
- 9 धर्मांतरण तथा सामाजिक परिवर्तन
- 10 जल जीवन मिशन तथा महिला सशक्तीकरण