भारत का उच्च रिजॉल्यूशन भू-स्खलन जोखिम मानचित्र
हाल ही में, आईआईटी-दिल्ली की टीम ने भारत का प्रथम उच्च रिजॉल्यूशन वाला भूस्खलन जोखिम मानचित्र बनाया है। इसका नाम इन्होंने भारतीय भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र (Indian Landslide Susceptibility Map) रखा है।
मुख्य बिन्दु
- भूस्खलन बहुत ही स्थानीय क्षेत्रों (Localised Areas) में होता है और देश का केवल 1 से 2% हिस्सा ही प्रभावित होता है।
- इस मानचित्र की मदद से सम्पूर्ण देश के लिए प्रत्येक 100 वर्ग मीटर भूखंड के स्तर तक संवेदनशीलता (Susceptibility) का अनुमान लगाया जा सकता है।
- ‘भारतीय भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र’ को तैयार करने में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के अद्यतन डेटा का प्रयोग किया गया है।
- डेटा का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है