भारत-भूटान संबंधों के नवीन आयाम : परिवर्तनशील क्षेत्रीय परिस्थितियों में सतर्कतापूर्ण दृष्टिकोण की आवश्यकता

3-5 अप्रैल, 2023 के मध्य भूटान के राजा 'जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक' ने भारत की आधिकारिक यात्रा की। इस दौरान दोनों के मध्य सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की गई। वर्ष 1947 में भारत तथा भूटान को स्वतंत्रता मिलने के पश्चात से ही दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। आरंभ से ही भारत, भूटान का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है तथा इसने भूटान को व्यापक मात्रा में वित्तीय तथा तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई है।

  • दोनों देशों के बीच हालिया बैठक में भूटान और चीन के बीच चल रही सीमा वार्ता पर ध्यान केंद्रित किया गया। ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री