भारत की नई अंतरिक्ष नीति : अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था का संवर्धन - महेंद्र चिलकोटी
भारत सरकार ने वर्ष 2020 में अंतरिक्ष क्षेत्र में सभी गतिविधियों के लिए गैर-सरकारी इकाइयों की भागीदारी बढ़ाने तथा उन्हें एक समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधारों की शुरुआत की थी। इन सुधारों के बाद, सरकार देश में एक फलता-फूलता सक्षम अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी वातावरण बनाने के लिए विभिन्न हितधारकों द्वारा अंतरिक्ष गतिविधियों के लिए नियामक निश्चितता प्रदान करना चाहती है। इसी क्रम में सरकार भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 लेकर आई है, जिसे अंतरिक्ष क्षेत्र में सुधार दृष्टिकोण को लागू करने हेतु एक व्यापक, समग्र एवं गतिशील ढांचे के रूप में तैयार किया गया है।
केंद्र सरकार ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत में जलवायु अनुकूल कृषि की आवश्यकता : चुनौतियां एवं समाधान - डॉ. अमरजीत भार्गव
- 2 भारत में सामाजिक उद्यमिता : उदय, प्रभाव एवं संभावनाएं - महेंद्र चिलकोटी
- 3 ब्रिक्स समूह : बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत के लिए अवसर एवं चुनौतियां - आलोक सिंह
- 4 बायो -ई3 नीति : बायो- मैन्युफैक्चरिंग में नवाचार और धारणीयता को बढ़ावा - डॉ. अमरजीत भार्गव
- 5 भारत में खाद्य सुरक्षा विनियमों का सुदृढ़ीकरण - संपादकीय डेस्क
- 6 भारत एवं क्वाड : एक सुरक्षित एवं समृद्ध विश्व के लिए साझेदारी का विस्तार - आलोक सिंह
- 7 वैश्विक दक्षिण: उभरती चुनौतियां वैश्विक एवं प्रमुख अनिवार्यताएं - डॉ. अमरजीत भार्गव
- 8 भारत-पोलैंड संबंध : रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में सहयोग हेतु 'रणनीतिक साझेदारी' - संपादकीय डेस्क
- 9 सिविल सेवाओं में लेटरल एंट्री : एक विमर्श - आलोक सिंह
- 10 भारत-रूस संबंध: परिवर्तनशील वैश्विक व्यवस्था में साझेदारी का विस्तार - संपादकीय डेस्क
- 1 वैश्विक दक्षिण एवं भारत : समतामूलक विश्व व्यवस्था हेतु प्रबल राजनीतिक इच्छाशक्ति एवं प्रतिबद्धता आवश्यक - डॉ. अमरजीत भार्गव
- 2 भारत में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिक तंत्र : को प्रोत्साहन आर्थिक लाभ का दोहन तथा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम - संपादकीय डेस्क
- 3 भारत में निवारक स्वास्थ्य देखभाल : गुणवत्तापूर्ण जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु आवश्यक - संपादकीय डेस्क