सांस्कृतिक विरासत का दस्तावेजीकरण
हाल ही में, सरकार द्वारा 1 लाख भारतीय गावों में ग्रामीण भारत की अनूठी सांस्कृतिक विरासत के दस्तावेजीकरण का कार्य संपन्न होने की घोषणा की गई। यह राष्ट्रीय सांस्कृतिक मानचित्रण मिशन (National Mission for Cultural Mapping - NMCM) के 'मेरा गाँव मेरी धरोहर' कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है।
मुख्य बिंदु
- प्रगति की समीक्षा: ग्रामीण भारत की अनूठी सांस्कृतिक विरासत का पूर्ण रूप से उपयोग करने के लिए उनका दस्तावेजीकरण किया गया है।
- आईजीएनसीए द्वारा वर्तमान समय तक 750 गांवों के समूह (clusters villages) पर लघु फिल्में बनाई जा चुकी हैं।
- गांव का 360 डिग्री व्यू (360 degree view) देने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आन्ध्र प्रदेश में ब्राह्मी अभिलेख के साक्ष्य
- 2 16वीं शताब्दी के ताम्रपत्र अभिलेख की खोज
- 3 लोथल में NMHC के विकास को मंजूरी
- 4 ओरछा को यूनेस्को कि विश्व धरोहर सूचि में शामिल करने हेतु डोजियर
- 5 कैबिनेट ने 5 नई शास्त्रीय भाषाओं को मंजूरी दी
- 6 प्रथम ‘अंतरराष्ट्रीय भारतीय नृत्य महोत्सव’ का आयोजन
- 7 महात्मा गांधी की 155वीं जयंती
- 8 जर्मनी में सांची के स्तूप के पूर्वी द्वार की प्रतिकृति
- 9 सिंधु घाटी सभ्यता की खोज के 100 वर्ष
- 10 कर्मा उत्सव