सौर तूफान

14 मई, 2024 इसरो द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, एक शक्तिशाली सौर तूफान (Solar Storm) ने पृथ्वी को प्रभावित किया था। यह 2003 के बाद आया सबसे तीव्र एवं शक्तिशाली तूफान था। इससे संचार और जीपीएस सिस्टम में बाधा उत्पन्न हुई।

  • इसके साथ ही सूर्य पर फ्रलेयरिंग क्षेत्र (सिंतपदह तमहपवद) 1859 की कैरिंगटन घटना जितना बड़ा था। भू-चुंबकीय तूफान सूचकांक (Geomagnetic Storm Index) पर इसकी तीव्रता 9 थी, जो अधिकतम माना जाता है।
  • इस सारै तूफान की उत्पत्ति एक्स-क्लास प्लेयर्स (X-class flares) और कोरोनल मास इजेक्शन (coronal mass ejections-CME) के उत्पन्न होने से हुई थी। सूर्य के बाहरी सौर वातावरण ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री