‘पिरुल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन

8 मई, 2024 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य भर में वनाग्नि की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ‘पिरुल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन (Pirul Lao-Paise Pao Mission) की शुरुआत की।

  • यह मिशन उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले से शुरू किया गया है।
  • इस मिशन के तहत पिरूल कलेक्शन सेंटर पर 50 रुपए किलो के हिसाब से पिरूल खरीदा जाएगा।
  • इस मिशन का संचालन पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा किया जाएगा।
  • इसके लिए 50 करोड़ का कार्पस फंड अलग से रखा जाएगा।
  • पिरूल का तात्पर्य चीड़ के पेड़ की पत्तियों से है। पिरूल की सूखी पत्तियां वनों की आग के लिए सबसे बड़ा कारण होती ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री