थ्रॉटल एयरोस्पेस को बहुउद्देश्यीय ड्रोन हेतु टाइप-प्रमाणन
1 नवंबर, 2023 को ‘थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स’ (TAS) को अपने बहुउद्देश्यीय ड्रोन डीओपीओ (Multi-Purpose Drone DOPO) के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से टाइप-सर्टिफिकेशन (Type-Certification) प्राप्त हुआ है।
- थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स (TSA) ‘रतनइंडिया एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ का एक हिस्सा है। DOPO ड्रोन 49 मिनट की उड़ान के साथ पांच किलोग्राम से कम वजन वाला एक छोटी श्रेणी का ड्रोन है।
- यह ड्रोन 32.4 किलोमीटर प्रति घंटे की एरियल गति से यात्र कर सकता है और अधिकतम 50 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान पर काम कर सकता है।
- रतनइंडिया एंटरप्राइजेज के अनुसार DOPO ड्रोन एक ही उड़ान में 1.5 वर्ग किमी का मानचित्रण ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 डब्ल्यूएचओ द्वारा मंकीपॉक्स परीक्षण को मंजूरी
- 2 फ्लोरोसेंट नैनोडायमंड्स की क्वांटम क्षमता
- 3 डेफकनेक्ट 4.0 में अदिति 2.0 और डिस्क-12 का शुभारंभ
- 4 31 एमक्यू-9बी ड्रोन के सौदे एवं परमाणु पनडुब्बियों के विकास को मंजूरी
- 5 भारत की चौथी परमाणु ऊर्जा चालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी
- 6 'वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम' के सफल उड़ान परीक्षण
- 7 ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर के मस्तिष्क का मानचित्रण
- 8 स्टेम सेल प्रत्यारोपण द्वारा मधुमेह का उपचार
- 9 गुरुत्वाकर्षण तरंगों का अध्ययन करने के लिए नई टेलीस्कोप
- 10 अंतरिक्ष क्षेत्र के संवर्धन हेतु कोष
- 1 पारंपरिक और पूरक चिकित्सा परियोजना सहयोग समझौता
- 2 चिकनगुनिया वायरस के लिए विश्व के प्रथम टीके को मंजूरी
- 3 संशोधिात एंटीफ़ंगल एजेंट के रोगाणुरोधी गुण
- 4 खसरा और रूबेला वैक्सीन- ‘माबेला’
- 5 चीन में बच्चों में श्वसन संबंधी बीमारी में वृद्धि
- 6 दुर्लभ बीमारियों के इलाज के लिए जेनेरिक दवाएं
- 7 बैलिस्टिक मिसाइल ‘प्रलय’
- 8 संचार उपग्रह, O3b mPOWER 5 और 6 का प्रक्षेपण
- 9 प्रथम आर्टिफि़शियल इंटेलिजेंस सुरक्षा सम्मेलन