बिहार में गरीबी

7 नवंबर, 2023 को राज्य विधानसभा में पेश की गई जाति सर्वेक्षण की एक विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में रहने वाले एक तिहाई से अधिक परिवार गरीबी में जीवन निर्वाह कर रहे हैं। ये परिवार 6,000 रुपये या उससे कम की मासिक आय पर गुजारा करने को बाध्य हैं।

  • जाति सर्वेक्षण जनवरी और अगस्त 2023 के बीच आयोजित किया गया था, और इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट हाल ही में जारी की गई थी जिसमें दिखाया गया था कि अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) राज्य में सबसे बड़ा सामाजिक समूह है।
  • निष्कर्षतः इस समुदाय के पिछड़ेपन की समस्या का समाधान के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

राज्य परिदृश्य