आदिवासी लोकनायक बिरसा मुंडा
15 नवंबर, 2022 को बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। सरकार ने बहादुर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाए जाने की घोषणा पिछले साल 10 नवंबर, 2021 को की थी।
- बिरसा मुंडा को देश भर के जनजातीय समुदाय द्वारा भगवान के रूप में सम्मान दिया जाता है।
जीवन परिचय
- मुंडा जनजाति से संबंध रखने वाले बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर, 1875 को तत्कालीन बंगाल प्रेसीडेंसी के लोहारदगा जिले के उलिहातु गांव (जो वर्तमान में झारखंड के खुंटी जिले में स्थित ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आन्ध्र प्रदेश में ब्राह्मी अभिलेख के साक्ष्य
- 2 16वीं शताब्दी के ताम्रपत्र अभिलेख की खोज
- 3 लोथल में NMHC के विकास को मंजूरी
- 4 ओरछा को यूनेस्को कि विश्व धरोहर सूचि में शामिल करने हेतु डोजियर
- 5 कैबिनेट ने 5 नई शास्त्रीय भाषाओं को मंजूरी दी
- 6 प्रथम ‘अंतरराष्ट्रीय भारतीय नृत्य महोत्सव’ का आयोजन
- 7 महात्मा गांधी की 155वीं जयंती
- 8 जर्मनी में सांची के स्तूप के पूर्वी द्वार की प्रतिकृति
- 9 सिंधु घाटी सभ्यता की खोज के 100 वर्ष
- 10 कर्मा उत्सव