भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
हाल ही में, एटमॉस्फेरिक पॉल्यूशन रिसर्च (Atmospheric Pollution Research) नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि भारत द्वारा प्रति वर्ष 12.5 गीगाग्राम (Gigagrammes - Gg) ब्लैक कार्बन उत्सर्जित होता है।
- भारत में द्वितीयक प्रकाश स्रोत के रूप में केरोसिन-आधारित लैंप का उपयोग किया जाता है। देश का लगभग 30 प्रतिशत ग्रामीण परिवार बिजली कटौती के दौरान केरोसिन आधारित प्रकाश यंत्रों पर निर्भर हैं। पूर्वी क्षेत्रों में यह आँकड़ा 70 प्रतिशत तक है।
- पूर्वी भारत द्वारा 7.5 गीगाग्राम (Gg) ब्लैक कार्बन उत्सर्जित किया जाता है। इस प्रकार यह भारत के कुल ब्लैक कार्बन उत्सर्जन में 60% का योगदान देता है। ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
- 10 स्लैग से निर्मित कार्बन-ट्रैपिंग अवसादी चट्टान
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 स्लैग से निर्मित कार्बन-ट्रैपिंग अवसादी चट्टान
- 2 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
- 3 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 4 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 5 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 6 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 7 समुद्री हीट वेव
- 8 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 9 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 10 चक्रवात दाना