सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन

प्रमुख समाज सुधारक एवं उनके कार्य

सुधारक

महत्वपूर्ण विवरण

राजा राम मोहन राय

  • इन्हें भारतीय नवजागरण का अग्रदूत कहा जाता है।
  • राजा राम मोहन राय ने 1815 में आत्मीय सभा, 1825 में वेदांत कॉलेज की स्थापना की तथा कलकत्ता में डेविड हैयर द्वारा हिंदू कॉलेज की स्थापना में भी सहयोग किया।
  • सन् 1828 में कोलकाता में ब्रह्म सभा की स्थापना की जिसे बाद में ब्रह्म समाज का नाम दे दिया गया।
  • इन्होने ब्रह्म समाज के माध्यम से हिंदू समाज में व्याप्त सती-प्रथा, बहुपत्नी प्रथा, जातिप्रथा आदि बुराइयों के विरोध में व्यापक संघर्ष किया।
  • इन्ही के प्रयासों द्वारा ही ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री