जलवायु वित्तयन: चुनौती एवं पहल

जलवायु वित्तयन (Climate Finance) सार्वजनिक, निजी और वैकल्पिक वित्तपोषण को संदर्भित करता है, जिसका उपयोग स्थानीय, राष्ट्रीय या वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन से संबंधित शमन और अनुकूलन कार्यों एवं प्रयासों का समर्थन करने के लिए किया जाता है। जलवायु वित्त, ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में एवं जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करता है।

चुनौतियां

  • असमान वैश्विक बोझ वहनः विकसित देशों का वर्तमान औद्योगीक विकास वर्तमान वायुमंडलीय कार्बन उत्सर्जन के अधिकांश हिस्से के लिए जिम्मेदार है; लेकिन उत्सर्जन और उनके द्वारा उत्पन्न प्रदूषण का सर्वाधिक बोझ का वहन विकासशील देशों द्वारा किया जाता है।
  • अनुकूलन एवं समन से ....

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