जैव ईंधन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किये गए उपाय
- जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018, जिसे 2022 में संशोधित किया गया, जैव ईंधन उत्पादन के लिए विभिन्न फीडस्टॉक्स की पहचान करती है।
- फीडस्टॉक में गुड़, गन्ने का रस, चीनी, बायोमास (घास, कृषि अवशेष), चुकंदर, मीठा ज्वार, स्टार्च आधारित सामग्री (मक्का, कसावा, सड़े हुए आलू), क्षतिग्रस्त खाद्यान्न, औद्योगिक अपशिष्ट, शैवाल, गैर-खाद्य तिलहन, प्रयुक्त खाद्य तेल, नगरपालिका का ठोस अपशिष्ट और प्लास्टिक अपशिष्ट शामिल हैं।
- सरकार ने राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति के अंतर्गत डीजल में जैव डीजल मिश्रण तथा प्रत्यक्ष जैव डीजल बिक्री के लिए सांकेतिक लक्ष्य निर्धारित किये हैं।
- परिवहन के लिए हाई-स्पीड डीजल के साथ मिश्रण हेतु बायोडीजल की बिक्री हेतु दिशानिर्देश 2019 ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें