वन पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश

19 फरवरी, 2024 को भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन-न्यायाधीशों की पीठ ने सरकार को वन की ‘व्यापक और सर्वव्यापी’ (Broad and All-encompassing) परिभाषा का पालन करने का निर्देश दिया है।

मुख्य बिन्दु

  • दायर याचिकाः वन संरक्षण संशोधन अधिनियम 2023 के विभिन्न प्रावधानों को सर्वाेच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। यह अधिनियम वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 में संशोधन प्रस्तावित करता है।
  • याचिका का आधारः सर्वोच्च न्यायालय में दायर याचिका के अनुसार, सरकार ने वर्ष 2023 के अधिनियम के द्वारा वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 में संशोधन कर वन की परिभाषा को ‘काफी हद तक कमजोर’ ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |