भारत में कृषि मशीनीकरण : आधुनिक वाणिज्यिक कृषि के विकास हेतु आवश्यक

7 फरवरी, 2023 को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने नई दिल्ली में नेशनल काउंसिल फॉर एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) की 'कृषि मशीनीकरण उद्योग में भारत को वैश्विक हब बनाने' (Making India a Global Power House on Farm Machinery Industry) पर नवीनतम रिपोर्ट जारी की।

  • कृषि यंत्रीकरण का अर्थ कृषि प्रक्रियाओं में ऐसी मशीनों के विकास एवं उपयोग को बढ़ावा देने से है, जो मानव एवं पशु शक्ति को प्रतिस्थापित करती हो। 20वीं शताब्दी के आरंभ से ही कृषि क्षेत्र में हुए मशीनीकरण ने किसानों के रोपण, सिंचाई और फसल काटने की विधियों में व्यापक परिवर्तन किए ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री