आचार्य प्रफ़ुल्ल चंद्र रे

11 जुलाई, 2022 को संस्कृति मंत्रलय ने एक रसायनज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में ‘आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रे’ (Prafulla Chandra Ray) के योगदान पर 2 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। संस्कृति मंत्रलय द्वारा यह सम्मेलन दिल्ली विश्वविद्यालय और विज्ञान भारती (Vijnana Bharati) के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया।

आचार्य प्रफ़ुल्ल चंद्र रे के बारे में

प्रफुल्ल चंद्र रे का जन्म 2 अगस्त, 1861 को खुलना (Khulna) जिले के ग्रामीण-काठीपारा (Kathipara) गांव में हुआ था, जो वर्तमान में बांग्लादेश में स्थित है।

  • प्रफुल्ल चंद्र रे एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक एवं शिक्षक थे और भारत के पहले ‘आधुनिक भारतीय रासायनिक ....

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