यूपीपीसीएस प्रा- विशेष जीएस टू द पॉइंट जैव विविधता एवं वन्यजीव संरक्षण - जैव विविधता
उत्तर प्रदेश पीसीएस (प्रारंभिक परीक्षा) में ‘जैव विविधता एवं वन्यजीव संरक्षण' खण्ड से प्रायः प्रश्न पूछे जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पत्रिका में अभ्यर्थियों के लिए यह खण्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। इस खण्ड में जैव विविधता एवं वन्यजीवों के संरक्षण से संबंधित सटीक तथा तथ्यात्मक सामग्री दी गई है।
जैव विविधता जीवन एवं विविधता के संयोग से निर्मित शब्द है, जो पृथ्वी पर मौजूद जीवन की विविधता एवं परिवर्तनशीलता को संदर्भित करता है, अर्थात् जैव विविधता किसी क्षेत्र विशेष की समस्त जीनों, जातियों एवं परितंत्रें का संग्रह है, जिसके तीन स्तर होते हैं-
- अनुवांशिक विविधता
- प्रजाति विविधता
- समुदाय तथा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 समसामयिक प्रश्न
- 2 यूपीएसएसएससी पीईटी परीक्षा 2022
- 3 संज्ञानात्मक विकास संबंधी प्रमुख संकल्पना
- 4 भारत सरकार की प्रमुख योजनाएं
- 5 प्रमुख समिति आयोग और उनकी सिफारिशें
- 6 समसामयिक प्रश्न
- 7 बिहार बी.एड. कॉमन एन्ट्रेन्स टेस्ट
- 8 भारत के 75 रामसर स्थलों की सूची
- 9 स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में 75 रामसर स्थल
- 10 समसामयिक प्रश्न
विशेष
- 1 सामान्य अध्ययन-IV सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (केस स्टडी-1)
- 2 सामान्य अध्ययन-IV सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (केस स्टडी-2)
- 3 66वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा हल प्रश्न-पत्र (सामान्य अध्ययन 1)
- 4 66वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा हल प्रश्न-पत्र (सामान्य अध्ययन 2)
- 5 यूपीपीसीएस प्रा- विशेष जीएस टू द पॉइंट जैव विविधता एवं वन्यजीव संरक्षण - वन्यजीव संरक्षण
- 6 उत्तराखंड पी.सी.एस. विशेष उत्तराखंड का भौगोलिक परिदृश्य