चंद्रमा पर पानी के अणुओं की खोज

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की सतह पर पानी के अणुओं का पता लगाया है। इस खोज को चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगे इमेजिंग इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर (imaging infrared spectrometer) की सहायता से सम्पन्न किया गया।

खोज से संबंधित मुख्य बिंदु

  • चंद्रमा के 29 डिग्री से 62 डिग्री उत्तरी अक्षांशों के बीच व्यापक चंद्र जलयोजन (lunar hydration) का पता चला है। यहाँ पानी के अणु (H2O) और हाइड्रॉक्सिल (OH) के रूप में है।
  • चन्द्रमा पर हाइड्रॉक्सिल या पानी के अणुओं का निर्माण अंतरिक्ष अपक्षय (space weathering) नामक प्रक्रिया के कारण होता है।
  • यह प्रक्रिया तब ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री