लिंगराज मंदिर का पुनर्विकास
- ओडिशा सरकार ने 17 अगस्त, 2020 को 11वीं सदी के लिंगराज मंदिर को 350 वर्ष पूर्व की इसकी संरचनात्मक स्थिति के सदृश नया रूप देने की घोषणा की। यह पुनर्विकास मंदिर के आसपास की 66 एकड़ भूमि पर होगा।
- मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली उच्च-स्तरीय समिति ने भुवनेश्वर में एकाम्रवन क्षेत्र (Ekamravan Kshetra) के रूप में ज्ञात मंदिर के परिधीय क्षेत्र के पुनर्विकास योजना को मंजूरी दी।
लिंगराज मंदिर
- लिंगराज मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो शिव को समर्पित है और भुवनेश्वर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
- माना जाता है कि यह मंदिर सोमवंशी राजवंश (Somavamsi dynasty) के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आन्ध्र प्रदेश में ब्राह्मी अभिलेख के साक्ष्य
- 2 16वीं शताब्दी के ताम्रपत्र अभिलेख की खोज
- 3 लोथल में NMHC के विकास को मंजूरी
- 4 ओरछा को यूनेस्को कि विश्व धरोहर सूचि में शामिल करने हेतु डोजियर
- 5 कैबिनेट ने 5 नई शास्त्रीय भाषाओं को मंजूरी दी
- 6 प्रथम ‘अंतरराष्ट्रीय भारतीय नृत्य महोत्सव’ का आयोजन
- 7 महात्मा गांधी की 155वीं जयंती
- 8 जर्मनी में सांची के स्तूप के पूर्वी द्वार की प्रतिकृति
- 9 सिंधु घाटी सभ्यता की खोज के 100 वर्ष
- 10 कर्मा उत्सव