चंद्र विज्ञान कार्यशाला 2021

  • 6-7 सितंबर, 2021 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 'चंद्र विज्ञान कार्यशाला 2021' का आयोजन किया| इस कार्यशाला के दौरान इसरो द्वारा एक दस्तावेज जारी किया गया, जो वैज्ञानिक समुदाय द्वारा चंद्रयान-2 के विज्ञान परिणामों और डेटा उत्पादों से संबंधित है। ‘चंद्रयान-2’ (Chandrayaan-2), भारत का चंद्रमा पर भेजा गया दूसरा मिशन था, जोकि चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट-लैंडिंग’ करने में विफल रहा।

मुख्य बिंदु

  • ‘चंद्रयान-2 के मास स्पेक्ट्रोमीटर 'चेस-2' (CHACE 2) द्वारा चंद्रमा के बाहरी वातावरण की आवेशहीन संरचना का अध्ययन किया गया है|
  • इस अध्ययन में चंद्रमा के मध्य और उच्च अक्षांशों पर ‘ऑर्गन-40’ की परिवर्तनशीलता का पता चला ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

करेंट अफेयर्स न्यूज़