मिहिर भोज : प्रतिहार वंश का प्रतापी शासक
22 सितंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा 9वीं शताब्दी के प्रतिहार वंश के शासक मिहिर भोज की प्रतिमा की स्थापना को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश के गुर्जर तथा राजपूत समुदाय के लोगों ने मिहिर भोज को लेकर अपना-अपना दावा जताया।
मिहिर भोज : जीवन परिचय
- मिहिर भोज या भोज प्रथम (836-885 ई.) गुर्जर-प्रतिहार वंश से संबंधित एक राजा थे। वे अपने पिता रामभद्र के बाद प्रतिहार वंश के शासक बने।
- वे ‘विष्णु’ के भक्त थे तथा उन्होंने ‘आदिवाराह (Adivarah)’ की उपाधि धारण की थी, जोकि उनके कुछ सिक्कों पर अंकित है।
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 2 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी
- 3 भारत की 6 संपत्तियां यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल
- 4 पेप्सू मुजारा आंदोलन
- 5 कम्ब रामायण संरक्षण एवं संवर्धन पहल
- 6 सूफ़ी संगीत महोत्सव : जहान-ए-ख़ुसरो
- 7 सोमनाथ मंदिर: आस्था एवं पुनर्जागरण का प्रतीक
- 8 श्री लंकामल्लेश्वर अभयारण्य में प्राचीन शिलालेख एवं शैलचित्रों की खोज
- 9 ढोकरा शिल्पकला
- 10 विजय दुर्ग
इतिहास व कला एवं संस्कृति
- 1 राजा महेंद्र प्रताप सिंह
- 2 प्रफुल्ल चन्द्र रे : वैज्ञानिक के वेश में क्रांतिकारी
- 3 सुब्रमण्यम भारती : 100वीं पुण्यतिथि
- 4 उत्तर प्रदेश से गुप्तकालीन शंखलिपि शिलालेख की प्राप्ति
- 5 समाज सुधारक तथा स्वतंत्रता आंदोलन के सिपाही : विनोबा भावे
- 6 थमिराबरानी नदी सभ्यता
- 7 सफ़दरजंग मकबरे को भारी बारिश से नुकसान