ग्लोबल एएमआर रेजिस्टेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट हब
12 सितंबर, 2019 को भारत नए सदस्य के रूप में ‘ग्लोबल एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (एएमआरआरएंडडी) हब’ [Global Antimicrobial Resistance (AMR) Research and Development (R&D) Hub] में शामिल हो गया।
- इस हब या केंद्र की शुरुआत ‘विश्व स्वास्थ्य एसेंबली के 71वें सत्र’ के दौरान मई 2018 में की गई थी। वर्तमान में इस हब का परिचालन बर्लिन स्थित सचिवालय से हो रहा है।
- इसे ‘जर्मन फेडरल मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन एंड रिसर्च’ (BMBF) तथा ‘फेडरल मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ’ (BMG) से प्राप्त अनुदान के माध्यम से वित्तपोषित किया जा रहा है।
- इससे 16 देशों, यूरोपीय आयोग, 2 परोपकारी प्रतिष्ठानों और 4 अंतरराष्ट्रीय ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
- 2 लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण
- 3 स्वदेशी एंटीबायोटिक : नैफिथ्रोमाइसिन
- 4 प्रकाश संश्लेषण में सक्षम पशु कोशिकाएं
- 5 सेल-आधारित बायोकंप्यूटर
- 6 LiDAR तकनीकि के माध्यम से माया सभ्यता के शहर कि खोज
- 7 5G ग्रामीण कनेक्टिविटी
- 8 लकड़ी के पैनल वाला उपग्रह
- 9 डब्ल्यूएचओ द्वारा मंकीपॉक्स परीक्षण को मंजूरी
- 10 फ्लोरोसेंट नैनोडायमंड्स की क्वांटम क्षमता