चंद्रयान-2 मिशनः आंशिक रूप से सफल

भारत के चंद्रयान-2 मिशन का ‘विक्रम’ लैंडर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्रट लैंडिंग करने में विफल रहा। हालांकि चंद्रयान-2 मिशन आंशिक रूप से ही असफल रहा क्योंकि इसका ऑर्बिटर चंद्रमा के चारों ओर 100 किमी- की गोलाकार कक्षा में चक्कर लगा रहा है।

  • 7 सितंबर, 2019 को विक्रम लैंडर के अवतरण के अंतिम क्षणों के दौरान बेंगलुरू स्थित इसरो के ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन ने चंद्रमा की सतह से लगभग 2-1 किमी- की दूरी पर लैंडर के साथ संपर्क ऽो दिया।
  • 8 सितंबर, 2019 को इसरो अध्यक्ष के- सिवन द्वारा घोषणा की गई कि चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर की अवस्थिति का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे