हार्ट रडार

इंस्टीट्यूट ऑफ हाई फ्रीक्वेंसी टेक्नोलॉजी (जर्मनी) में शोधकर्ताओं की टीम ने एक संवेदनशील सेंसर सिस्टम को विकसित किया है, जिसकी मदद से बिना किसी संपर्क के और रिमोट की मदद से, रोगी की निगरानी की जा जाती है।

  • इसकी मदद से दिल की धड़कन और सांस दोनों का लगातार विश्लेषण किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के द्वारा इसे ‘हार्ट रडार’की संज्ञा दी गई है।
  • क्लासिक इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम की मदद से दिल की धड़कन का पता इलेक्ट्रोड और केबल के जरिए लगाया जाता है। यह रोगी के शरीर और मशीन से जुड़े ....
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