यूपीपीसीएस 2019 मुख्य परीक्षा (हल प्रश्न-पत्र-IV)
1- महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में न्याय की आकांक्षा/सामाजिक न्याय के औचित्य का परीक्षण करें।
उत्तरः सामाजिक न्याय की मनोवृत्ति एक अहम नैतिक आवश्यकता है। न्याय का केवल संवैधानिक दस्तावेजों में वर्णन किया जाना काफी नहीं है। सामाजिक आचरण में भी न्याय की प्रवृत्ति का झलकना उतना ही आवश्यक है।
- संविधान एवं कानून में तो सामाजिक न्याय स्थापित करने के लिए महिला सशक्तिकरण रूपी कदम उठाये गये हैं, लेकिन इसका गहराई से अध्ययन करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि सशक्तिकरण के प्रयास तार्किक नहीं हैं। महिलाओं को अपना भाग्य निर्माण करने से संबंधित राजनीतिक अवसर या नीति भागीदारी उस अनुपात में ....
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