भारत की सेमीकंडक्टर नीति : महत्व तथा चुनौतियां

भारत में इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और 5G तकनीक के आगमन के साथ सेमीकंडक्टर चिप की मांग बढ़ रही है और वर्ष 2025 तक इसकी मांग वर्तमान के 24 बिलियन डॉलर मूल्य से बढ़कर लगभग 100 बिलियन डॉलर मूल्य तक होने की संभावना है। साथ ही वर्तमान वैश्विक भू-राजनीतिक परिदृश्य में सूचना प्रौद्योगिकी तथा इंटरनेट आधारित बुनियादी ढांचे को राष्ट्रीय सुरक्षा का एक अभिन्न अंग माना जाता है। यही कारण है कि सेमीकंडक्टर तथा संबंधित प्रौद्योगिकी को अधिक विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त करने तथा इसके निर्माण एवं व्यापार संबंधी गतिविधियों के विनियमन की आवश्यकता है।

दिसंबर 2021 में भारत सरकार ने ....

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