भारी धातु प्रदूषण एवं इसका गर्भावस्था पर प्रभाव
- हाल ही में एनवायरनमेंट इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाएं भारी धातु जैसे निकल, आर्सेनिक, कोबाल्ट और सीसा के संपर्क में आती हैं, तो यह महिला तथा उसके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
गर्भावस्था पर प्रभाव
- यह शोध 815 महिलाओं पर किया गया है। जिसमें गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों पर भारी धातु के प्रदूषण के असर को मापा गया है।
- शोध के अनुसार गर्भावस्था में इन भारी धातुओं के संपर्क में आने से बच्चे के जन्म के समय होने वाली समस्याएं जैसे समय से पहले जन्म ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आपदा जोखिम चेतावनी प्रणाली : कवचम
- 2 मीठे पानी के एक चौथाई जानवर विलुप्त होने के खतरे में
- 3 इंडो-बर्मी पैंगोलिन
- 4 भारत स्वच्छ प्रौद्योगिकी विनिर्माण प्लेटफॉर्म
- 5 मियावाकी तकनीक द्वारा प्रयागराज में घने जंगलों का विकास
- 6 भारत का प्रथम जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर
- 7 डिजिटल वृक्ष आधार पहल
- 8 भारत की अक्षय ऊर्जा क्रांति
- 9 अपर-करनाली जलविद्युत परियोजना
- 10 इंदौर और उदयपुर आर्द्रभूमि शहर प्रमाणन की सूची में शामिल
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 भारतीय स्टार कछुआ
- 2 सुंदरबन पक्षियों की 428 प्रजातियों का आवास
- 3 एशियाई जलीय पक्षी गणना
- 4 संरक्षित क्षेत्रों के लिए प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन
- 5 राष्ट्रीय समुद्री कछुआ कार्ययोजना
- 6 फ्लू-गैस डिसल्फ़राइजेशन
- 7 अडॉप्टेशन गैप रिपोर्ट 2020ः यूएनईपी
- 8 वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक-2021
- 9 जलवायु अनुकूलन शिखर सम्मेलन-2021
- 10 अफ्रीका की ग्रेट ग्रीन वॉल पहल
- 11 विश्व की सबसे बड़ी तैरती हुए सौर परियोजना
- 12 जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम