वर्तमान परिदृश्य में भारत-लैटिन अमेरिका संबंध
बदलते वैश्विक परिदृश्य और लैटिन अमेरिका के महत्व को देखते हुए भारत इस क्षेत्र के देशों के साथ
द्विपक्षीय संबंधों के माध्यम से राजनीतिक और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है।
- 1959 में हुई क्यूबा क्रांति के दौरान भारत उन कुछ देशों में से एक था, जिसने फिदेल कास्त्रे के अधीन नये शासन को आधिकारिक रूप से मान्यता दी थी। दोनों देश गुट निरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के सदस्य थे और विश्व के प्रति एक जैसा ही नजरिया रखते थे। क्यूबा के साथ संबंधों ने भारत के लिए लैटिन अमेरिका के दरवाजे खोल दिये थे। 1990 ....
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