भारत की तटीय रेखा का एक तिहाई भाग अपरदन का शिकार
हाल ही में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह द्वारा राज्यसभा में दी गई जानकारी के अनुसार देश के 9 तटीय राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से लगी भारत की 33.6 प्रतिशत तटरेखा में कटाव हो रहा है।
- भारतीय मुख्य भूमि की तटरेखा के 6,632 किलोमीटर लंबे हिस्से में 1990 से 2018 के मध्य हुए कटाव या अपरदन का विश्लेषण किया गया तथा यह पाया गया कि इसमें से 2156 किलोमीटर लंबाई की तटरेखा (यानी विश्लेषण की गई तटरेखा का लगभग 33.6% हिस्सा) कटाव की शिकार है।
मुख्य बिंदु
पश्चिम बंगाल की 534 किलोमीटर लम्बी तटरेखा के 60 प्रतिशत हिस्से में कटाव ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
- 10 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 भारत में वनाग्नि की घटनाएं : कारण एवं प्रभाव
- 2 हिमालय क्षेत्र के वर्षण में समग्र रूप से गिरावट
- 3 मार्च में दो निम्न वायुदाब का विकास
- 4 वैश्विक स्तर पर नाइट्रोजन उपलब्धता में असंतुलन
- 5 स्टील अपशिष्ट से टिकाऊ सड़क निर्माण
- 6 हरित हाइड्रोजन के लिए संयुक्त उद्यम की स्थापना
- 7 नेपाल अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल
- 8 काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले गैंडे की संख्या में वृद्धि
- 9 वन्यजीव संरक्षण विधेयक पर संसदीय समिति की अनुशंसा
- 10 भारतीय अंटार्कटिका विधेयक, 2022