जैव चिकित्सीय कचरे का निपटान

राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribunal – NGT) ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रदूषण नियंत्रण समिति से कोरोना वायरस के इलाज के दौरान निकलने वाले जैव-चिकित्सीय कचरे के अवैज्ञानिक निपटान से होने वाले संभावित जोखिम को देखते हुए इसे रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं।

चिंता के बिन्दु

  • अनधिकृत स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों द्वारा जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के अवैज्ञानिक निपटान को लेकर चिंता व्यक्त की गई है।
  • जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 के तहत 2.7 लाख स्वास्थ्य सेवा प्रतिष्ठानों में से केवल 1.1 लाख अधिकृत हैं।
  • प्राधिकरण ने केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्गत दिशा-निर्देश को भी अपर्याप्त माना है और ....
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