सरोगेसी अधिानियम के प्रावधानों को चुनौती
मई 2022 में दिल्ली उच्च न्यायालय ने सरोगेसी (विनियमन) अधिनियम [Surrogacy (Regulation) Act] और सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन) अधिनियम [Assisted Reproductive Technology (Regulation) Act] के कुछ प्रावधानों को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया।
- ध्यातव्य है कि इसी माह दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई थी। इस याचिका में एक एकल पुरूष तथा एकल महिला को सरोगेसी से बच्चा प्राप्त करने पर लगाई गई रोक को चुनौती दी गई है। साथ ही इसमें मांग की गई है कि वाणिज्यिक सरोगेसी (Commercial Surrogacy) को गैर-अपराधिक बनाया जाए।
याचिका में उठाये गये मुद्दे
वर्तमान ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आरबीआई द्वारा प्राथमिकता क्षेत्र ऋण दिशानिर्देशों में संशोधन
- 2 बिल्स ऑफ लैडिंग बिल, 2025
- 3 आव्रजन एवं विदेशी विधेयक, 2025
- 4 केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों हेतु एकीकृत पेंशन योजना (UPS) अधिसूचित
- 5 आयात हेतु अधिमान्य टैरिफ के लिए 'उत्पत्ति का प्रमाण' आवश्यक
- 6 राष्ट्रीय जलमार्ग (जेट्टी/टर्मिनल निर्माण) विनियम, 2025
- 7 तेल क्षेत्र (विनियमन एवं विकास) संशोधन अधिनियम, 2025
- 8 आपदा प्रबंधन (संशोधन) अधिनियम, 2025
- 9 सीसीआई द्वारा उत्पादन लागत पर मसौदा विनियमन प्रस्तावित
- 10 आयकर विधेयक, 2025