बोडो साहित्य सभा

  • भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 4 मई, 2022 को असम के तामुलपुर में बोडो साहित्य सभा के 61वें वार्षिक सम्मेलन में भाग लिया। यह सम्मेलन 2 से 4 मई, 2022 तक आयोजित किया गया। साहित्य, संस्कृति और भाषा के विकास के लिए ‘बोडो साहित्य सभा’ का गठन असम साहित्य सभा से प्रेरित होकर वर्ष 1952 में किया गया था।
  • बोडो भाषा बोडो समुदाय द्वारा बोली जाती है, जो पूर्वोत्तर में सबसे बड़ी मैदानी जनजाति है। जनवरी 2020 में केंद्र, असम सरकार और 4 बोडो उग्रवादी संगठनों के बीच ‘बोडो शांति समझौते’ पर हस्ताक्षर के बाद असम सरकार ने 2020 ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

करेंट अफेयर्स न्यूज़