कोसस्थलैयर नदी बेसिन में फ्लाई ऐश
हाल ही में पर्यावरण कार्यकर्ताओं और मछुआरों द्वारा ‘उत्तरी चेन्नई थर्मल पॉवर स्टेशन’ (NCTPS) से निकले फ्लाई ऐश (Fly Ash) के कोसस्थलैयर नदी बेसिन (Kosasthalaiyar River basin) में पाए जाने की शिकायत की गई। राख (फ्लाई ऐश) को राख-कुण्ड (Ash Pond) में ले जाने वाली पाइपलाइन में रिसाव होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है।
फ्लाई ऐश क्या है?
- फ्लाई ऐश महीन कणों से बना होता है जो तापीय बिजली संयंत्रों में कोयले के जलने से सह-उत्पाद के रूप में प्राप्त होता है। लोकप्रिय रूप से यह ईंधन राख (Flue ash) के रूप में जाना जाता है।
- इसमें भारी ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवात दाना
- 2 वैश्विक प्रवाल विरंजन की परिघटना
- 3 पृथ्वी को ठंडा करने हेतु जियो-इंजीनियरिंग
- 4 समुद्री हीट वेव
- 5 समुद्र के जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय बाढ़
- 6 वायुमंडलीय नदियों का उच्च अक्षांशों की ओर स्थानान्तरण
- 7 अंटार्कटिका में बढ़ता वनस्पति आवरण
- 8 सहारा रेगिस्तान में ब्लू लैगून
- 9 भारत द्वारा ब्लैक कार्बन का उत्सर्जन
- 10 फाइटोप्लैंकटन ब्लूम