एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम
- 9 अक्टूबर, 2019 को केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय (Union Ministry of Earth Sciences) ने वायु की खराब गुणवत्ता के प्रभाव से बचाव के उद्देश्य से एक उन्नत, प्रारंभिक वायु गुणवत्ता चेतावनी प्रणाली (Air Quality Early Warning System) शुरू की। यह प्रणाली दिल्ली के पड़ोसी राज्यों जैसे हरियाणा या पंजाब में किसी दिन विशेष में फसल के अवशेषों (पराली) को जलाने की संभावना बता सकती है।
- इस प्रणाली को पिछले 15 वर्षों में पराली जलाने की घटनाओं के डेटा के आधार पर केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रलय तथा पुणे के इंडियन इंस्टीटड्ढूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (Indian Institute of Tropical Meteorology) द्वारा संयुक्त रूप ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक, 2025
- 2 रबर के बागानों में मिट्टी के गुण में बदलाव
- 3 वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन
- 4 स्पेन में फ्लैश फ़्लड
- 5 तमिलनाडु द्वारा हीटवेव राज्य-विशिष्ट आपदा घोषित
- 6 माउंट लेवोटोबी में ज्वालामुखी उद्गार
- 7 वैश्विक कार्बन बाजार के लिए मानक
- 8 अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन
- 9 ग्रीन हाइड्रोजन चालित ट्रेन
- 10 पश्चिमी घाट में पारिस्थितिकी-संवेदनशील क्षेत्र
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 बंजरभूमि एटलस-2019
- 2 ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान
- 3 विश्व स्वास्थ्य संगठन का सीसा विषाक्तता रोकथाम हेतु कार्रवाई सप्ताह
- 4 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना
- 5 डल झील को इको सेंसिटिव जोन घोषित करने हेतु पैनल का गठन
- 6 जलवायु परिवर्तन एवं सिंधु घाटी में प्रवासन
- 7 एवियन बोटड्ढूलिज्म
- 8 सुमात्रा गैंडा मलेशिया में विलुप्त घोषित
- 9 वानस्पतिक दुनिया की पहली सेल्फी
- 10 स्वच्छ निर्मल तट अभियान