‘जायर-अल-बहर’

  • 17 से 21 नवम्बर, 2019 के बीच भारतीय नौसेना और कतर की शाही नौसेना द्वारा दोहा के निकट ‘जायर-अल-बहर’ (सागर की दहाड़) नामक नौसैन्य अभ्यास आयोजित किया गया। दोनों देशों के बीच यह प्रथम नौसैन्य अभ्यास था। भारतीय नौसेना की गाईडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रीगेट आईएनएस त्रिकंड और गश्ती हवाई जहाज पी8-I ने अभ्यास में हिस्सा लिया।
  • यह जहाज भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान का हिस्सा है। वहीं कतर की शाही नौसेना का एंटी-शिप मिसाइल से लैस बरजान क्लास फास्ट अटैक क्राफ्रट और राफेल युद्धक विमान ने हिस्सा लिया।
  • यह नौसैन्य अभ्यास 5 दिनों तक चला जिसमें तीन दिन बंदरगाह ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री