उ. प्र. पीसीएस मुख्य परीक्षा 2021 निबंध मॉडल प्रश्न-पत्र (खंड अ)
साहित्य, सभ्यता का पथप्रदर्शक तथा संस्कृति का संरक्षक है।
“सहित्यस्य भावः साहित्यम्” अर्थात जिसमें हित की भावना सन्निहित हो, वही साहित्य है। व्यापक अर्थों में साहित्य में विश्व कल्याण की भावना निहित होती है, जिसके माध्यम से मानव सभ्यता के इतिहास, गौरव, संस्कृति एवं पूर्वजों के रीति-रिवाजों का साक्षात्कार होता है। साथ ही साहित्यकार जिस समाज में रहता है, उसकी सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था का भी भास होता है। वह उस समाज की अवस्था, वातावरण, धर्म-कर्म, रीति-नीति तथा सामाजिक शिष्टाचार एवं लोक व्यवहार को अपने काव्य के उपकरण के रूप में चुनता है और ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 बिहार की नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने की नीति पर प्रकाश डालिए तथा राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा की संभावनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- 2 बिहार में उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं। बिहार सरकार द्वारा उद्योगों के विकास हेतु उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए प्रमुख चुनौतियों का वर्णन करें।
- 3 बिहार में पाश्चात्य शिक्षा के विकास का आलोचनात्मक परीक्षण करें।
- 4 राज्यपाल की शक्तियां एवं भूमिका की चर्चा बिहार के विशेष संदर्भ में कीजिए।
- 5 बिहार की राजनीति में जाति एवं धर्म की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
- 6 स्वामी सहजानंद का बिहार में कृषक आन्दोलनों में योगदान पर आलोचनात्मक टिप्पणी।
- 7 बिहार में तीव्र आर्थिक विकास में क्या बाधाएं हैं एवं उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है?
- 8 निम्न पर टिप्पणी लिखें: (i) बिहार में दलित आन्दोलन। (ii) राजेन्द्र प्रसाद की राष्ट्रीय आन्दोलन में भूमिका।
- 9 1857 के विद्रोह में कुंवर सिंह के बिहार तथा अन्य क्षेत्रें में सक्रिय भूमिका का मूल्यांकन करें।
- 10 मौर्य कला का भवन निर्माण तथा बौद्ध धर्म के साथ संबंध की विवेचना करें।