क्वांटम सुप्रीमेसी तथा क्वांटम कंप्यूटिंग: महत्व एवं चुनौतियां
हाल ही में चीनी वैज्ञानिकों की एक टीम ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली क्वांटम कंप्यूटर का निर्माण कर इस क्षेत्र में अपनी क्वांटम सुप्रीमेसी (Quantum Supremacy) का दावा किया है। यह क्वांटम कंप्यूटर दुनिया के सबसे तेज सुपरकंप्यूटरों की तुलना में किसी भी कार्य को 100 ट्रिलियन गुना तेजी से करने में सक्षम है।
क्वांटम सुप्रीमेसी क्या है?
- इस शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग वर्ष 2012 में कैलिफ़ोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के सैद्धांतिक भौतिकी के प्रोफेसर जॉन प्रेस्किल द्वारा प्रस्तावित किया था। उनके अनुसार क्वांटम कंप्यूटर किसी भी ऐसी गणना को कर सकता है जिसे आधुनिक सुपर कंप्यूटर करने में सक्षम ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 फायरफ्लाइज़, भारत का पहला निजी उपग्रह समूह
- 2 पिग बूचरिंग घोटाला/निवेश घोटाला
- 3 अंजी खड्ड पुल
- 4 2025 ‘सुधारों का वर्ष’
- 5 क्रायोप्रिजर्वेशन तकनीकी से विकसित पहला बेबी कोरल
- 6 छत्तीसगढ़ वनों को हरित GDP से जोड़ने वाला भारत का पहला राज्य
- 7 हरित परिवर्तन योजना पर कार्यशाला
- 8 बाघों का अंतर-राज्यीय स्थानांतरण
- 9 57वां बाघ अभयारण्य
- 10 ग्लेशियरों के संरक्षण का अंतरराष्ट्रीय वर्ष