चार मेडिकल उपकरण दवा की श्रेणी में शामिल
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले चिकित्सा उपकरणों जैसे नेबुलाइजर्स, ब्लड प्रेशर मॉनीटर, डिजिटल थर्मामीटर और ग्लूकोमीटर को ड्रग्स एंड कास्मेटिक अधिनियम, 1940 के तहत दवा की श्रेणी में शामिल किया गया है। इस निर्णय से इन उपकरणों की गुणवत्ता और कार्य सुनिश्चित किया जा सकेगा।
मुख्य तथ्य
- ड्रग कंट्रोलर-जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) 1 जनवरी, 2020 से इन उपकरणों के आयात, विनिर्माण और बिक्री को विनियमित करेगा।
- इन सभी उपकरणों को चिकित्सा उपकरण नियम 2017 के तहत निर्धारित गुणवत्ता मानकों और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) प्रमाणन द्वारा निर्धारित अन्य मानकों के तहत पंजीकृत होना होगा।
- इसके अलावा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 कृषि में सुधार के लिए AI का उपयोग
- 2 हीमोफीलिया की जीन थेरेपी
- 3 भारत का प्रथम मधुमेह बायोबैंक
- 4 हाइड्रोथर्मल वेंट
- 5 बायो-बिटुमेन का प्रयोग कर निर्मित सड़क
- 6 ब्लैक होल और प्रकाश की प्रतिध्वनि
- 7 डार्क धूमकेतु की पहचान
- 8 यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी एवं गगनयान मिशन
- 9 स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट मिशन
- 10 हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
- 1 संचार उपग्रह जीसैट-11 का सफल प्रक्षेपण
- 2 मिशन गगनयान
- 3 जीसैट-7A का सफल प्रक्षेपण
- 4 चांगई 4 मिशन
- 5 बेन्नु क्षुद्रग्रह पर जल के अणुओं की खोज
- 6 CRISPR टेक्नोलॉजी
- 7 राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन
- 8 डेंगू वायरस के लिए जिम्मेदार प्रोटीन की खोज : नवीन शोध
- 9 नाविक
- 10 ग्राफीन
- 11 वर्ष 2018 में विज्ञान के क्षेत्र में भारत की महत्वपूर्ण उपलब्धियां