यात्रा-परिवहन

TRAIN-18 (ट्रेन-18)

  • हाल ही में (दिसंबर) भारत की पहली इंजन-लेस ट्रेन, ट्रेन-18 का जगह-जगह पर ट्रायल किया गया। ट्रॉयल के दौरान ट्रेन-18 की रफ्तार 160-180 किमी./घंटे रखा गया।
  • ट्रेन-18 पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना का हिस्सा है, जिसका निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) चेन्नई में किया गया है।
  • इस ट्रेन में 16 चेयरकार कोच (एग्जीक्यूटिव और नॉन एग्जीक्यूटिव) है। एग्जीक्यूटिव कोच में 56 यात्रियों तथा नॉन एग्जीक्यूटिव कोच में 78 यात्रियों के बैठने की सुविधा है।
  • ट्रेन-18 स्टेनलेश स्टील कार बॉडी का बना है और यह पूरी तरह से वातानुकूलित है।
  • इस ट्रेन में फ्री वाई-फाई सुविधा के साथ जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री